Culture & Resistance

सुंदर सुबह की उम्मीद को कामिल करने को प्रयासरत : शबनम

शबनम 2015 से वीडियो वॉलेंटियर के साथ जुड़ी हुई हैं और समृद्ध सांस्कृतिक-राजनीतिक विरासत वाले वाराणसी क्षेत्र में बतौर वीडियो एक्टिविस्ट काम कर रही हैं। वे अब तक कई महत्वपूर्ण विषयों मसलन सफ़ाई, स्वास्थ्य, शिक्षा, जेंडर आदि पर रिपोर्टिंग कर चुकी हैं। स्त्री शिक्षा के लिए वे अतिरिक्त प्रयास कर रही हैं और अपने समुदाय में उन्होंने एक डिस्कशन क्लब बनाया हुआ है जिसके माध्यम से वे लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक बना रही हैं क्योंकि वे इस बात में यकीन करती हैं कि शिक्षा के ज़रिए ही बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं।

समाज की तमाम क्रूरताओं के बीच धनंजय के संघर्ष की कहानी | In Conversation with Dhananjay

धनंजय चौहान को अपनी पहचान की वज़ह से जो प्रताड़नाएं झेलनी पड़ी हैं, वो इस समाज के चरित्र को नुमाया करती हैं। हमारे समाज की तमाम क्रूरताओं के बीच धनंजय ने अपनी पहचान के लिए लड़ना ज़रूरी समझा और उसे हासिल भी किया।

गाँव गाँव पुस्तकालय के खूबसूरत सपने को आकार देता सीमांचल लाइब्रेरी फाउंडेशन

आज सिटिज़न्स टुगेदर के प्लेटफार्म से हम जिस गुफ़्तगू में शामिल हो रहे हैं, वह महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि हम आज ऐसे शख्स से बातचीत कर रहे हैं, जिन्होंने अपने आस पास की दुनिया को बेहतर बनाने के लिए अनिश्चितताओं का चुनाव किया, जो यकीन करते हैं कि दुनिया को समझने का, उसे बेहतरी से बदलने का रास्ता किताबों से होकर गुज़रता है। ‘गाँव गाँव पुस्तकालय’ का एक खूबसूरत सपना वे सिर्फ देख नहीं रहे उसे सच बनाने की मुहिम में लगे हुए हैं। सीमांचल लाइब्रेरी फाउंडेशन उनके बेहतरीन प्रयासों का एक खूबसूरत परिणाम है।