इंकलाब और मुहब्बत से लबरेज़ अहमद फ़राज़
मुहब्बतों का शायर समझे जाने वाले अहमद फ़राज़ की कई नज़्में उनके इंकलाबी तेवर को नुमाया करती हैं। आइए फ़राज़ की नज़्मों के इंकलाबी तासीर से रूबरू होते हैं।
मुहब्बतों का शायर समझे जाने वाले अहमद फ़राज़ की कई नज़्में उनके इंकलाबी तेवर को नुमाया करती हैं। आइए फ़राज़ की नज़्मों के इंकलाबी तासीर से रूबरू होते हैं।