कविता तो हमेशा से ही एक हुक्मउदूली है: राजेश जोशी Culture & Resistance, दर्स, हिंदी / By Swati / February 2, 2023 February 3, 2023 हमने जिन्हें इत्यादि कह दिया है दरअसल वही इस समाज को बना रहे हैं।