Saquib Ahmed

“आपने घबराना नहीं है” के स्लोगन के साथ एक सुंदर जगह सिरजता सीमांचल लाइब्रेरी फाउंडेशन

साकिब कहते हैं: “दरअसल सीमित संसाधन होने की वजह से हमारा कैनवास थोड़ा छोटा है। इसलिए जो बच्चे लगातार आ रहे हैं और इन्सान बने रहने में जिनका यकीन है, फ़िलहाल हम उन पर अपना ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं।”  

गाँव गाँव पुस्तकालय के खूबसूरत सपने को आकार देता सीमांचल लाइब्रेरी फाउंडेशन

आज सिटिज़न्स टुगेदर के प्लेटफार्म से हम जिस गुफ़्तगू में शामिल हो रहे हैं, वह महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि हम आज ऐसे शख्स से बातचीत कर रहे हैं, जिन्होंने अपने आस पास की दुनिया को बेहतर बनाने के लिए अनिश्चितताओं का चुनाव किया, जो यकीन करते हैं कि दुनिया को समझने का, उसे बेहतरी से बदलने का रास्ता किताबों से होकर गुज़रता है। ‘गाँव गाँव पुस्तकालय’ का एक खूबसूरत सपना वे सिर्फ देख नहीं रहे उसे सच बनाने की मुहिम में लगे हुए हैं। सीमांचल लाइब्रेरी फाउंडेशन उनके बेहतरीन प्रयासों का एक खूबसूरत परिणाम है।